क्या ब्रिटिश जासूस के संपर्क में थे अली शमखानी? ईरान ने 10 साल बाद बदला राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद का सचिव
Updated on
24-05-2023 07:10 PM
तेहरान : ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी ने देश की सर्वोच्च राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के सचिव पद पर नए अधिकारी को नियुक्त किया है। अली अकबर अहमदियां मौजूदा सचिव अली शमखानी का स्थान लेंगे जिन्हें हाल ही में एक जासूसी कांड में अभ्यारोपित किया गया था। सरकारी समाचार एजेंसी 'ईरना' ने यह खबर दी है। शक्तिशाली अधिकारी शमखानी लंबे समय से इस पद पर काबिज़ थे। राष्ट्रपति रईसी ने शमखानी को बदलने के लिए आदेश जारी किया है।
वह भ्रष्टाचार के आरोपों का लगातार सामना कर रहे थे। हालांकि उन्होंने इससे इनकार किया है। इसके अलावा वह उस ब्रिटिश-ईरानी व्यक्ति के साथ करीबी रिश्तों को लेकर भी जांच का सामना कर रहे हैं जिसे इस साल के शुरू में जासूसी के इल्ज़ाम में फांसी दे दी गई थी। बाद में ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खमेनेई के कार्यालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि शमखानी देश की अभियान परिषद में शामिल होंगे और सर्वोच्च नेता के राजनीतिक सलाहकार के रूप में काम करेंगे। 10 साल पद पर रहे अली शमखानी
समाचार एजेंसी ने सर्वोच्च सुरक्षा परिषद में इस बदलाव का कोई कारण नहीं बताया है। शमखानी करीब 10 साल से इस पद पर सेवा दे रहे थे। वहीं पूर्व राष्ट्रपति हसन रूहानी 15 साल तक सुरक्षा परिषद के सचिव पद पर सेवा दे चुके हैं। शमखानी ने उन खाड़ी अरब राष्ट्रों के साथ बातचीत में अहम भूमिका निभाई थी जिनके साथ ईरान तनाव कम करना चाहता था। इनमें सऊदी अरब भी शामिल है।