अमेरिका के नॉर्थ कैलिफोर्निया में गुरुवार देर रात भूकंप के झटके महसूस किए है। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 7.0 आंकी गई। यूएस वेदर सर्विसेस ने भूकंप के तुरंत बाद सुनामी का अलर्ट जारी किया। हालांकि, 1 घंटे बाद अलर्ट को कैंसिल कर दिया। भूंकप से अब तक किसी भी तरह की हताहत की सूचना नहीं आई है।
अमेरिकी वेदर सर्विसेस ने बताया कि स्थानीय समय के अनुसार सुबह करीब 10 बजकर 44 मिनट पर भूकंप आया। इसका केंद्र कैलिफोर्निया के फर्नडेल सिटी से 9 किलोमीटर दूर प्रशांत महासागर में था। भूकंप के बाद कई आफ्टर शॉक भी महसूस किए गए।
न्यू यॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, फर्नडेल सिटी में 1300 लोग रहते हैं। इनके लिए सुनामी का अलर्ट जारी किया गया था। अलर्ट कैंसिल करने के बावजूद भी लोगों से समुद्री तट के पास न जाने की सलाह दी गई। भूकंप के कारण फर्नडेल में प्रॉपर्टी डैमेज हुई।
कैसे तय होता है कि ये सुनामी है या नहीं
यूएस के ‘सुनामी वॉर्निंग सिस्टम’ के मुताबिक- अगर भूकंप के बाद सुनामी की एडवाइजरी या अलर्ट जारी होता है और इसके बाद समंदर में 1 मीटर ऊंची लहरें उठती हैं तो इसे सुनामी कैटेगरी में रखा जाता है। इनकी ऊंचाई बाद में 3 से 5 मीटर हो सकती है। अगर 5 मीटर तक लहरें उठती हैं तो इसे ‘मेजर सुनामी’ कैटेगरी में रखा जाता है।
समुद्र में सुनामी आने से पहले किस तरह के संकेत मिलते हैं?
जब भी भूकंप के बाद सुनामी आती है तो समुद्र के सतह से नीचे चलने वाली लहरें पहले तटों से टकराती हैं। जब समुद्र के नीचे की लहरें तटों की ओर बढ़ती हैं तो नीचे एक वैक्यूम क्रिएट होता है, जो किनारे से ऊपर के पानी को समुद्र की ओर खींचता है। इससे बंदरगाह के किनारे या समुद्र तल की जमीन नजर आने लगती है।
समुद्र के पानी का पीछे जाना ये संकेत है कि अब सुनामी आने वाली है। इसके कुछ मिनट या घंटे बाद सुनामी वाली लहर जोरदार ताकत और शोर के साथ किनारे से टकराती है।
सुनामी विनाशकारी लहरों की एक सीरीज होती है, जो एक के बाद एक आती है। इसे ‘वेव ट्रेन’ कहा जाता है। जैसे-जैसे एक के बाद एक लहरें बीच समुद्र से किनारे की ओर पहुंचती हैं तो सुनामी की ताकत बढ़ती जाती है।
सुनामी की त्रासदी झेलने वाले लोग बताते हैं कि एक छोटी लहर आकर चली गई, इसका मतलब ये नहीं है कि सुनामी चली गई। वो दूसरी, तीसरी, चौथी लहर के रूप में विनाश लेकर आती है। इस कारण जैसे ही मौका मिले, तुरंत सुरक्षित स्थान पर चले जाना चाहिए।
कैसे तय होता है कि ये सुनामी है या नहीं
जापान के ‘सुनामी वॉर्निंग सिस्टम’ के मुताबिक- अगर भूकंप के बाद सुनामी की एडवाइजरी या अलर्ट जारी होता है और इसके बाद समंदर में 1 मीटर ऊंची लहरें उठती हैं तो इसे सुनामी कैटेगरी में रखा जाता है। इनकी ऊंचाई बाद में 3 से 5 मीटर हो सकती है। अगर 5 मीटर तक लहरें उठती हैं तो इसे ‘मेजर सुनामी’ कैटेगरी में रखा जाता है।