मप्र की सड़कों पर अप्रैल 2023 से वही बस और ट्रक चल पाएंगे जो ऑटोमेटिक फिटनेस सेंटर के परीक्षण में फिट पाए जाएंगे। इस संबंध में केंद्र सरकार से पूरे देश में ऑटोमेटिक फिटनेस सेंटर की योजना लागू करने की अधिसूचना जारी कर दी है। हालांकि प्रदेश में छिंदवाड़ा को छोड़कर कोई ऑटोमेटिक फिटनेस सेंटर नहीं है और इस सेंटर की स्थिति काफी खराब है।
अधिसूचना के अनुसार जून 2024 से मिनी बस, मिनी ट्रक व टैक्सी भी ऑटोमेटिक फिटनेस सेंटर से फिट होने के बाद ही सड़क पर दौड़ पाएंगे। देश में भारी वाहनों(बस-ट्रक) की दुर्घटनाओं को रोकने के लिए केंद्र ने इनकी फिटनेस परीक्षण की प्रक्रिया को सख्त कर दिया है। इन वाहनों का फिटनेस परीक्षण ऑटोमेटिक फिटनेस सेंटरों पर ही होगा। परिवहन विभाग की मंजूरी के बाद यह सेंटर निजी एजेंसियों द्वारा भी शुरू किए जा सकते हैं। केंद्र सरकार ने ऑटोमेटिक फिटनेस सेंटर की योजना लागू करने के लिए सितंबर 2021 में नियम लागू किए थे।
सेंटर नहीं बने तो दूसरे प्रदेशों में करानी होगी फिटनेस
प्रदेश में ऑटोमेटिक फिटनेस सेंटर बनाने के दिशा में शासन व विभाग ने अब तक कोई प्रक्रिया शुरू नहीं की है। अप्रैल से पहले प्रदेश में यदि पर्याप्त ऑटोमेटिक फिटनेस सेंटरों को संचालन शुरू नहीं हुआ तो या तो भारी वाहनों का संचालन बंद जाएगा या इन वाहनों को परीक्षण के लिए दूसरे प्रदेशों में भेजना पड़ेगा।