भोपाल और आसपास के इलाकों में चलती ट्रेनों से यात्रियों के सामान की झपटमारी की घटनाएं बढ़ रही है। ये झपटमार ट्रेन की गति धीमी होने पर दरवाजे पर रखा सामान और यात्रियों के हाथ का माेबाइल भी उड़ा लेते हैं। इस तरह की घटनाएं दिल्ली में अक्सर होती रहती हैं।
सप्ताह भर में ऐसे 4 मामले भोपाल और रानी कमला पति स्टेशन के सामने आए हैं। जिसमें आरोपियों ने रेल यात्रियों से झपटमारी कर लूट की। दूसरी तरफ जीआरपी के अनुसार इस तरह के मामलों में लगातार कार्रवाई जारी है, इसमें पूर्व में हुई कार्रवाई में अधिकांश नाबालिग की पकड़े गए हैं।
भोपाल के आसपास इन इलाकों में सक्रिय हैं यह लुटेरे
जीआरपी अधिकारियों के अनुसार भोपाल के आसपास के आउटर पर इस तरह की घटनाएं अधिक होती हैं, जिसमें छोला, भोपाल-आरकेएमपी के बीच यह लुटेरे सक्रिय हैं। इसमें अधिकतर छोला इलाके से गुजरने वाली ट्रेनों को निशाना बनाते हैं, वहीं स्टेशन की बात करें तो बजरिया और आसपास के इलाके के बदमाश यहां पर इस तरह की घटनाओं को अंजाम देते हैं।
मोबाइल पर हाथ मारकर गिराते हैं, फिर लेकर भाग जाते
जीआरपी अधिकारियों के अनुसार लगातार इस तरह के नाबालिग इस घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं, आम तौर पर चलती गाड़ी में उन लोगों को शिकार बनाते हैं जो गेट पर मोबाइल लेकर बैठे हाें, यह लाेग मोबाइल छीनने की बजाय उस पर हाथ मारते हैं, जिससे की मोबाइल गिर जाए, उसके बाद यह उठाकर भाग जाते हैं।
केस 1: भोपाल की रहने वाली मधवी सनान्से 14 दिसंबर को ट्रेन नंबर 22170 हमसफ़र एक्स के कोच नं. बी/14 पर कोलकाता से रानी कमलापति की यात्रा कर रही थी। वह जब रानी कमलापति पर उतरने के लिए सामान लेकर गेट पर खड़ी हो गई। गति कम हुई तो एक लड़का अचानक से गेट पर लटक कर आया। उसने ट्रॉली बैग और उस पर रखा हैंड पर्स ट्रेन से गिरा गिरा दिया। इसके बाद वह भी ट्रेन से कूद गया। बैग में अंदर 12 न्यू ड्रेस, हैंड बैग में आधार कार्ड, एटीएम कार्ड था। जिनकी कुल कीमत करीब 50 हजार थी। मधवी ने पुलिस को बताया कि झपटमार की उम्र करीब 20-22 वर्ष होगी।
केस 2: सिंगरौली की रहने वाली ज्योति ने पुलिस को बताया कि वह एग्जाम देने भोपाल आई थी। वापसी में 18 दिसंबर 22165 ऊर्जाधानी-भोपाल-सिंगरौली एक्सप्रेस कोच S-6 बैठी थी। फोन पर बात कर रही थी कि एक अज्ञात बदमाश हाथ से फोन छीनकर भाग गया। मैने उसका पीछा किया, मगर वह फरार हो गया। मेरे मोबाइल की 15000 रुपए थी।
केस 3: सीहोर निवासी राजीव ठाकुर 9 दिसंबर को रानी कमलापति से छतरपुर के लिए 19483 अहमदाबाद-बरौनी एक्सप्रेस के पीछे के जनरल कोच में गेट पर खड़े थे। मोबाइल उनके हाथ में था। रेलवे स्टेशन रानी कमलापति से ट्रेन छूटने के करीबन 10 मिनट के बाद एक व्यक्ति हाथ में झपटामार कर मोबाइल छिन कर भाग गया। ट्रेन चल रही थी इसलिए में ट्रेन से कूद नहीं सका। मोबाइल की कीमत 8,500 थी।
केस4 : गंजाबासौदा के रहने वाले देव 15 दिसंबर को भोपाल आए। उन्होंने बतासा कि मैं अपने घर मिनाल पांच नंबर जाने के लिए ओवर ब्रिज से होते हुए ऑटो से जा रहा था। प. रेलवे काॅलोनी भोपाल वाशिंग शेड के ऊपर बने ओवरब्रिज पर कुछ लड़कों ने कहा कि मोबाइल जेब से निकाल रहा है। जैसे ही मैने मोबाइल निकाला वह मेरे हाथ से छपटा मार कर मोबाइल लेकर भाग गया। मैने पीछा भी किया लेकिन वह नहीं मिला। मेरे मोबाइल की कीमत 50000 रुपए थी।
दो महीनों में जीआरपी की चोरी के मामले में कार्रवाई
50 से अधिक चाेरों व अन्य अपराधियों को पूछताछ के लिए उठाया।
71 अपराधियों से की सामान की रिकवरी।
33 से अधिक स्थायी वारंट तामिल किए।
इन पाइंट पर हो रही छीना झपटी
दिल्ली से आने वाली ट्रेनों के लिए निशापुरा आउटर।
उज्जैन इंदौर से आने वाली ट्रेनों के लिए आरिफ नगर झुग्गी से लेकर छोला तक।
महाराष्ट्र से आने वाली ट्रेनों के लिए भोपाल से आरकेएमपी स्टेशन के बीच।
पात्रा पुल के आसपास।
जीआरपी भोपाल थाना प्रभारी जहीर खान ने बताया-
पूर्व में इस तरह के अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई की जा चुकी है, अधिकांश मामलों में पाया गया है कि आरोपी नाबालिग है, जो इस तरह के मामलों को अंजाम दे रहे हैं। यह घटनाएं आम तौर पर स्टेशन के आसपास के आउटर्स पर हो रही है, वह उन लोगों को अपना शिकार बनाते हैं जो गेट पर बैठकर यात्रा करते हैं।