कलेक्टर ने कहा कि राज्य सरकार ने अवैध निर्माण को वैध करने के लिए महत्वपूर्ण पहल की है। उन्होंने नियमितीकरण के प्राप्त आवेदनों पर प्रभारी अधिकारी से चर्चा कर नियमितीकरण के प्रकरण में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इससे सरकार के आय में वृद्धि होगी। कलेक्टर ने जोन में कार्यरत सफाई कर्मचारियों की जानकारी ली। उन्होंने निदान 1100 से प्राप्त नागरिकों की समस्याएं एवं उनके निराकरण की स्थिति, डोर टू डोर कचरा कलेक्शन, निष्ठा एप में एंट्री, सफाई सुपरवाइजर का प्रशिक्षण एवं उनके द्वारा सफाई कर्मियों की मानिटरिंग, जोन अंतर्गत आने वाले विभिन्न वार्डों में चल रहे बड़े कार्याे, अतिक्रमण के मामले, पेयजल की स्थिति सहित विभिन्न विषयों पर चर्चा कर अधिकारियों को निर्देश देते हुए महत्वपूर्ण सुझाव दिए।
कलेक्टर ने जोन 3 के कार्यालय में अधिकारियों की बैठक ली। उन्होंने अधिकारियों से जोन के सभी वार्डों के कमर्शियल एवं आवासीय प्रॉपर्टी की जानकारी लेकर नियमितीकरण के संबंध में नोटिस देने कहा। उन्होंने अधिकारियों से साफ सफाई की स्थिति, जलभराव की स्थिति, क्षेत्रवार नालियों की निरंतर सफाई, मोर रायपुर एप, महापौर स्वच्छता सेल ,बिल्डिंग परमिशन व नक्शा पास, बी एस यू पी तथा पीएम आवास योजना, बारिश के बाद पेंच रिपेयर का काम आदि के संबंध में जानकारी लेते हुए अधिकारियों को समय सीमा में कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने जोन 4 के अधिकारियों की बैठक लेकर लीज वाले प्रॉपर्टी को फ्रीहोल्ड करने के संबंध में आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने नाली और ड्रेनेज के इश्यू की जानकारी ली। डॉ भुरे ने कहा कि मुख्यमंत्री निवास एवं राज भवन के आसपास के सभी स्ट्रीट लाइट को दुरुस्त करें। उन्होंने जोन के अंतर्गत होने वाले बड़े कार्यों की जानकारी लेकर समय सीमा में गुणवत्तापूर्ण काम करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने जोन क्रमांक 6 के अधिकारियों की बैठक लेकर कहा कि नियमितीकरण के लिए फ्लेक्स डिजाइन कर कार्यालय में चस्पा की जाए। जिसमें दर निर्धारण तथा आवेदन कैसे करना है, आदि की पर्याप्त जानकारी हो। कलेक्टर डॉ भुरे ने जोन 5 के अधिकारियों की बैठक लेकर कहा कि शासन की महत्वपूर्ण योजनाओं का उचित क्रियान्वयन सुनिश्चित करें। आम नागरिकों की सुविधा का ध्यान रखें।
कलेक्टर डॉ भुरे ने अपने भ्रमण के दौरान उपस्थित सभी नगरीय निकाय के अधिकारियों से कहा कि आम नागरिकों से अच्छा से पेश आएं एवं अपने व्यवहार में परिवर्तन लाएं। किसी भी प्रकरण में अनावश्यक विलंब ना हो जिससे लोगों की विश्वसनीयता बनी रहे इसका विशेष ध्यान दें। इस अवसर पर नगर निगम रायपुर के आयुक्त मयंक चतुवेर्दी एवं विभागीय अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।