विश्लेषकों का कहना है कि अगर रूस सीरिया से अपने युद्धपोतों को हटा रहा है तो इसका मतलब है कि वह सीरियाई सरकार की ज्यादा मदद नहीं कर पाएगा। उन्होंने कहा कि सीरिया में खराब होते हालात की वजह से रूस को यह कदम उठाने के लिए मजबूर होना पड़ा है। टार्टस नेवल बेस रूस के लिए बहुत अहम था। रूसी सेना इस नेवल बेस पर साल 1971 से अपना कब्जा बनाए हुए है। साल 2012 में सीरिया में गृहयुद्ध शुरू होने के बाद इस नेवल बेस का महत्व काफी बढ़ गया। यह रूस का विदेश में सबसे बड़ा नौसेनिक बेस है। यूक्रेन युद्ध शुरू होने के बाद नाटो को जवाब देने के लिए भी रूस इस नेवल बेस का इस्तेमाल कर रहा था।