नई दिल्ली: अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी को बुधवार को गुड न्यूज मिली। उनकी कंपनी अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकनॉमिक जोन लिमिटेड (एपीएसईजेड) यानी अडानी पोर्ट्स ने नया मुकाम हासिल कर लिया। अडानी पोर्ट्स ने बुधवार को कहा कि कंपनी को एसएंडपी ग्लोबल कॉर्पोरेट सस्टेनेबिलिटी असेसमेंट (सीएसए) 2024 में टॉप 10 ग्लोबल ट्रांसपोर्टेशन और ट्रांसपोर्टेशन इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनियों में शामिल किया गया है।अडानी ग्रुप की कंपनी ने कहा कि एपीएसईजेड का स्कोर पिछले साल के मुकाबले 3 अंक सुधरकर 68 हो गया है। यानी कंपनी ने 100 में से 68 अंक प्राप्त किए हैं। सेक्टर में एपीएसईजेड 97वें पर्सेंटाइल पर है। यह साल 2023 में 96वें पर्सेंटाइल पर था। अडानी पोर्ट्स इस रैंकिंग में शामिल होने वाली एकमात्र भारतीय फर्म है।
कैसे मिली यह रैंकिंग?
अडानी पोर्ट्स देश का सबसे बड़ा निजी पोर्ट ऑपरेटर है। यह लगातार दूसरा साल है जब एपीएसईजेड ने पर्यावरण पैमाने पर शीर्ष स्थान हासिल किया है। अडानी पोर्ट्स ने बताया कि कंपनी ने सोशल, गवर्नेंस और आर्थिक आयामों में कई मानदंडों पर सबसे ज्यादा अंक प्राप्त किए। इनमें पारदर्शिता और रिपोर्टिंग, सप्लाई चेन मैनेजमेंट, इन्फॉर्मेशन सिक्योरिटी, साइबर सिक्योरिटी आदि शामिल हैं।
क्या कहा कंपनी ने?
एपीएसईजेड के सीईओ अश्विनी गुप्ता ने कहा कि हम जिम्मेदार व्यापारिक प्रथाओं को आगे बढ़ाने में विश्वास करते हैं जिससे इनोवेशन को बढ़ावा मिले और लंबी अवधि में सफलता मिले। यह नई मान्यता केवल स्थिरता और कॉर्पोरेट जिम्मेदारी के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाती है।भारत का सबसे बड़ा निजी पोर्ट ऑपरेटर
अडानी पोर्ट्स भारत का सबसे बड़ा निजी पोर्ट ऑपरेटर है। इसकी कार्गो हैंडलिंग क्षमता 633 मिलियन टन प्रति वर्ष (एमटीपीए) है। इसे साल 2030 तक एक अरब एमटीपीए तक बढ़ाने की योजना है। कंपनी 13 भारतीय बंदरगाहों और टर्मिनलों पर परिचालन करती है, जो देश की कुल बंदरगाह क्षमता का 24 फीसदी है।कंपनी का कुल कार्गो वॉल्यूम दिसंबर 2024 में सालाना आधार पर 8 फीसदी बढ़कर 38.4 मिलियन मीट्रिक टन (एमएमटी) हो गया। पिछले महीने कंपनी के कंटेनर वॉल्यूम में 22 फीसदी और लिक्विड एवं गैस वॉल्यूम में सालाना आधार पर 7 फीसदी की तेजी हुई है।
शेयर पर दिखाई दे सकता है असर
इस घोषणा के बाद कल यानी गुरुवार को कंपनी के शेयर पर इसका असर दिखाई दे सकता है। कंपनी के शेयर बुधवार को 1.87 फीसदी की गिरावट के साथ 1152 रुपये पर बंद हुए। कंपनी को पिछले एक महीने में 9 फीसदी का नुकसान हुआ है। वहीं एक साल में भी इसने निवेशकों का 1.44 फीसदी नुकसान किया है।