नई दिल्ली: हफ्ते के पहले कारोबारी दिन शेयर मार्केट में काफी उतार-चढ़ाव दिख रही है। लेकिन अडानी ग्रुप की फ्लैगशिप कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज में 5% से अधिक तेजी आई है। कंपनी का शेयर कारोबार के दौरान 2536.00 रुपये तक चला गया था। इस कंपनी का बिजनस एयरपोर्ट्स, सौर मॉड्यूल और डब्ल्यूटीजी, ग्रीन हाइड्रोजन, सड़क निर्माण, डेटा सेंटर, तांबा और अन्य क्षेत्रों तक फैला है। ब्रोकरेज फर्म वेंचुरा सिक्योरिटीज ने अगले दो वर्षों के लिए इसका टारगेट प्राइस 3,801 रुपये रखा है। यह शुक्रवार के बंद भाव से 58% अधिक है। इसका 52 हफ्ते का उच्चतम स्तर 3,743.00 रुपये और न्यूनतम 2,030.00 रुपये है।वेंचुरा ने 3,801 रुपये (21.2X FY27 EV/EBITDA) के अपने SOTP-आधारित प्राइस टारगेट के साथ इस शेयर को खरीदने की सलाह दी है। 2,409 रुपये (15.1X FY27 EV/EBITDA) के CMP पर, स्टॉक 24 महीने की अवधि में 57.8% की बढ़त दर्शाता है। शेयर की कीमत में हाल ही में हुई अस्थिरता के कारण स्टॉक बीटा में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। जैसे-जैसे अस्थिरता कम होती है, बीटा में कमी आनी चाहिए, जिसके परिणामस्वरूप वेल्यूएशन कम हो जाएगा। हालांकि स्टॉक का टारगेट प्राइस जनवरी 2023 में कंपनी के QIP के दौरान निर्धारित 5,999 रुपये प्रति शेयर से कम है।
क्यों आई गिरावट
पिछले साल जनवरी में हिंडनबर्ग रिसर्च की एक रिपोर्ट के कारण अडानी ग्रुप के शेयरों में भारी गिरावट आई थी। इस कारण अडानी एंटरप्राइजेज के शेयर की कीमत में तेज उतार-चढ़ाव ने स्टॉक बीटा को बढ़ा दिया है। ग्रीन H2 प्रोजेक्ट में एक साल की देरी ने DCF वैल्यूएशन को और प्रभावित किया है।ब्रोकरेज का कहना है कि बुल केस आउटलुक में स्टॉक के 138.6% बढ़कर 5,748 रुपये पर पहुंचने की उम्मीद है। कंपनी अगले दशक में एयरपोर्ट, डेटा सेंटर, कॉपर और ग्रीन H2 और इसके इकोसिस्टम में अपने विस्तार के लिए 6.5-7 लाख करोड़ रुपये के कैपिटल एक्सपेंडीचर का लक्ष्य बना रही है।