लोकमाता अहिल्या बाई के 300वें जयंती वर्ष के मौके पर खरगोन जिले की धार्मिक एवं पर्यटन नगरी महेश्वर में मप्र सरकार की कैबिनेट बैठक का आयोजन होना है। बैठक से पहले मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और उनकी पूरी कैबिनेट महेश्वर किले में राजगद्दी और देवी अहिल्या की प्रतिमा का दर्शन करेगी।
इसके बाद अहिल्या घाट पहुंचकर मां नर्मदा का पूजन कर चुनरी अर्पित की जाएगी। मुख्यमंत्री यहां जनसभा को भी संबोधित करेंगे। 24 जनवरी को महेश्वर में सीएम और मंत्रियों के साथ ही मुख्य सचिव अनुराग जैन, कैबिनेट के एजेंडे से संबंधित विभागों के अपर मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव भी मौजूद रहेंगे।
बैठक की तैयारियों को लेकर गुरुवार को इंदौर संभागायुक्त और खरगोन कलेक्टर समेत पुलिस अधिकारियों ने बैठक स्थल का निरीक्षण किया। बैठक के पहले और उसके बाद सीएम डॉ मोहन यादव और मंत्रियों का दौरा जिन क्षेत्रों में होना है, वहां की व्यवस्थाएं दुरुस्त रखने के लिए तैयारी शुरू हुई है। साथ ही नर्मदा नदी के किनारे होने वाले पूजन की व्यवस्था में भी अधिकारी जुट गए हैं।
कमिश्नर और आईजी इंदौर ने ली बैठक
कैबिनेट बैठक की तैयारियों के सिलसिले में इंदौर संभाग के कमिश्नर दीपक सिंह एवं पुलिस महानिरीक्षक इंदौर ने महेश्वर का दौरा किया। दोनों अधिकारियों ने कैबिनेट के भ्रमण एवं बैठक स्थल तथा मंडलेश्वर में कार्यक्रम स्थल का निरीक्षण किया। बैठक में विधायक राजकुमार मेव, डीआईजी सिद्धार्थ बहुगुणा, कलेक्टर कर्मवीर शर्मा, पुलिस अधीक्षक धर्मराज मीणा भी शामिल रहे।
महेश्वर-जाना पाव उद्वहन सिंचाई योजना का होगा शिलान्यास
सीएम यादव 24 जनवरी को ही मंडलेश्वर में आयोजित कार्यक्रम में 774 करोड़ रुपए की महेश्वर-जाना पाव उद्वहन सिंचाई योजना का शिलान्यास करेंगे। इससे खरगोन जिले के महेश्वर क्षेत्र में सिंचाई सुविधाओं का विस्तार होगा। धार एवं इंदौर जिले के किसानों को भी सिंचाई के लिए पानी मिलेगा। यह योजना खरगोन जिले के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। इससे खरगोन जिले की महेश्वर तहसील, इंदौर जिले की महू तहसील एवं धार जिले की पीथमपुर तहसील के कुल 123 गांवों में सिंचाई के लिए नर्मदा नदी का पानी पहुंचेगा।