मालगाड़ी या बैलगाड़ी... स्पीड बनी टेंशन, रेलवे की कमाई पर सीधा पड़ रहा असर
Updated on
21-12-2024 01:18 PM
नई दिल्ली: संसदीय समिति ने अपनी ताजा रिपोर्ट में मालगाड़ियों की धीमी रफ्तार पर चिंता जताई है। पिछले 11 सालों में मालगाड़ियों की औसत रफ्तार सिर्फ 25 किलोमीटर प्रति घंटा रही है। समिति का मानना है कि भारतीय रेल की कमाई बढ़ाने के लिए मालगाड़ियों की रफ्तार बढ़ाना बहुत जरूरी है। समिति ने 'कवच' सिस्टम के विस्तार की धीमी गति पर भी चिंता जाहिर की है। रेलवे के रिसर्च विंग को मिलने वाले फंड के इस्तेमाल न होने पर भी सवाल उठाए हैं। रिपोर्ट में यात्री सेवाओं से होने वाले कम मुनाफे पर भी ध्यान दिलाया गया है।