इस्लामाबाद: पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में एक हाइड्रोपावर प्रोजेक्ट में कार्यरत चीनी नागरिक को गिरफ्तार किया गया है। स्थानीय लोगों ने इस नागरिक पर ईशनिंदा का आरोप लगाया है। पाकिस्तान में ईशनिंदा को लेकर कड़ी सजा का प्रावधान है। इसके बावजूद कट्टरपंथियों की भीड़ ईशनिंदा के आरोपियों को खुद सजा देने में विश्वास करती है। 27 दिसंबर 2021 को सियालकोट में एक श्रीलंकाई इंजीनियर को ईशनिंदा के आरोप में उसकी ही फैक्ट्री के कर्मचारियों ने पीट-पीटकर मार डाला था। फरवरी 2022 में खानेवाल जिले के एक दूरदराज के गांव में पवित्र कुरान के कथित अपमान को लेकर भीड़ ने एक अधेड़ व्यक्ति को पत्थरों से मार डाला था। लेकिन, यह मामला चीनी नागरिक से जुड़ा है, इसलिए पाकिस्तान सरकार सतर्क है। पाकिस्तान सरकार ने कट्टरपंथियों के हमले के डर से चीनी नागरिक को हेलीकॉप्टर से एबटाबाद शिफ्ट किया है।
हेलीकॉप्टर से एबटाबाद ले जाया गया
कोमिला पुलिस स्टेशन के थानाध्यक्ष नसीरुद्दीन ने कहा कि ईशनिंदा के आरोप में गिरफ्तार एक चीनी नागरिक को सोमवार दोपहर पाकिस्तानी सेना के हेलीकॉप्टर में ऊपरी कोहिस्तान से एबटाबाद ले जाया गया। एसएचओ नसीरुद्दीन ने बताया कि आरोपी के खिलाफ उसके साथ काम करने वाले मजदूरों ने केस दर्ज करवाया था। पुलिस की दर्ज शिकायत में चीनी नागरिक पर पाकिस्तान दंड संहिता की धारा 295-सी (पैगंबर का अपमान) के तहत केस दर्ज करवाया है। यह एफआईआर बिजली परियोजना में भारी वाहन चलाने वाले दो ड्राइवर गुलिस्तान और यासिर की शिकायत पर दर्ज किया गया था।
भीड़ ने चीनी कैंप पर किया था हमला
शिकायत में कहा गया है कि रविवार रात पुलिस अधिकारी जहानजेब को सूचना मिली कि भीड़ बरसीन के पास एक चीनी शिविर में घुसने की कोशिश कर रही है। इसमें कहा गया है कि स्थानीय लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया और कैंप की साइट नंबर 6 को नुकसान पहुंचाया। शिकायत में कहा गया है कि सूचना मिलने के बाद, एक पुलिस दल घटनास्थल पर पहुंचा, इलाके को अपने नियंत्रण में लिया और आरोपी को सुरक्षित रूप से कोमिला पुलिस स्टेशन ले जाया गया। जिसके बाद सोमवार तड़के बड़ी संख्या में लोग कोमिला पहुंचे और एक बार फिर काराकोरम हाइवे को जाम कर नारेबाजी की।
एबटाबाद की अदालत मे पेश होगा चीनी नागरिक
पुलिस के एफआईआर दर्ज करने के आश्वासन के बाद प्रदर्शनकारियों ने काराकोरम राजमार्ग को यातायात के लिए खोल दिया। स्थानीय धार्मिक नेताओं ने भी प्रदर्शनकारियों से विरोध प्रदर्शन बंद करने का आग्रह किया। बाद में आरोपी को सेना के हेलीकॉप्टर के जरिए एबटाबाद ले जाया गया क्योंकि पुलिस को डर था कि स्थानीय लोग उसे नुकसान पहुंचा सकते हैं। उन्होंने कहा कि आतंकवाद विरोधी अधिनियम की धारा 7 को प्राथमिकी में शामिल किया गया था, यह कहते हुए कि चीनी नागरिक को एबटाबाद की एक अदालत में पेश किया जाएगा।