डोनाल्ड ट्रम्प अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति बन गए हैं। उन्होंने भारतीय समयानुसार सोमवार रात 10:30 बजे अमेरिकी संसद कैपिटल हिल में पद की शपथ ली। सुप्रीम कोर्ट के जज जॉन रॉबर्ट्स ने उन्हें शपथ दिलाई। यह उनका दूसरा टर्म है। वे 2017 से 2021 तक अमेरिका के 45वें राष्ट्रपति रह चुके हैं।
ट्रम्प की शपथ के दौरान पत्नी मेलानिया बाइबिल लेकर खड़ी रहीं। शपथ के बाद कुछ देर तक संसद का कैपिटल रोटुंडा हॉल तालियों से गूंजता रहा। अपनी स्पीच में ट्रम्प ने कहा कि भगवान ने अमेरिका को महान बनाने के लिए उन्हें बचाया। इससे पहले जेडी वेंस ने अमेरिका के 50वें उपराष्ट्रपति के रूप में शपथ ली।
ट्रम्प बोले- अमेरिका को फिर महान बनाएंगे
शपथ के बाद ट्रम्प ने 30 मिनट तक देश को संबोधित किया। अपने पहले भाषण में उन्होंने कहा, 'अमेरिका का स्वर्ण युग अभी शुरू हो रहा है। इस दिन से हमारा देश फिर समृद्ध होगा और पूरी दुनिया में इसका सम्मान किया जाएगा। मैं बहुत ही सरलता से अमेरिका को सबसे पहले रखूंगा। हमारी सुरक्षा बहाल होगी। न्याय के तराजू को फिर संतुलित किया जाएगा। हम फिर से अमेरिका को महान बनाएंगे।'
पहले भाषण में ट्रांसजेंडर की मान्यता खत्म करने की बात कही
ट्रम्प ने शपथ के बाद की स्पीच में कहा- मैं सभी सरकारी सेंसरशिप को तुरंत रोकने और अमेरिका में अभिव्यक्ति की आजादी को वापस लाने के लिए एक एग्जीक्यूटिव ऑर्डर पर साइन करूंगा। आज से अमेरिका सरकार की आधिकारिक नीति होगी कि सिर्फ दो जेंडर होंगे- पुरुष और महिला। यानी ट्रांसजेंडर को मान्यता नहीं मिलेगी।