भारत पाकिस्तान और चीन के ग्वादर बंदरगाह को जवाब देने के लिए इस पोर्ट का विकास कर रहा है। चाबाहर पोर्ट भारत और यूरोप तथा रूस के बीच के बीच व्यापार के लिए बनाए जा रहे अंतरराष्ट्रीय नॉर्थ साऊथ ट्रेड कॉरिडोर का हिस्सा है। यह कॉरिडोर 7200 किमी लंबा है और इसमें शिप, रेल और सड़क के जरिए सामानों को पहुंचाया जाएगा। यह कॉरिडोर भारत को ईरान, अजरबैजान, रूस, मध्य एशिया और यूरोप से जोड़ देगा। भारत ने साल 2016 में चाबहार पोर्ट के लिए समझौता किया था।