बिलासपुर । जिले की स्व सहायता समूह की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने के लिए सामुदायिक निवेश कोष के तहत ऋण राशि दी गई है। इस राशि से महिला समूहों द्वारा आजीविका गतिविधियों की शुरूआत की जाएगी। समूहों द्वारा बर्तन बैंक, टेन्ट व्यवसाय, दोना पत्तल निर्माण सहित विभिन्न गतिविधियां की जाएंगी। आम लोगों की समस्याओं के त्वरित निराकरण की पहल सुशासन तिहार के माध्यम से महिला समूहों द्वारा मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से ऋण की मांग की गई थी।
प्राप्त आवेदनों पर जिला पंचायत द्वारा त्वरित संज्ञान लेते हुए राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन की बिहान योजना के तहत समूहों को ऋण प्रदान किया गया। जिला पंचायत सीईओ संदीप अग्रवाल ने कहा कि सुशासन तिहार में प्राप्त आवेदनों के निराकरण की दिशा में तत्परता से कार्य किया जा रहा है।
बिल्हा ब्लॉक के 4 महिला स्व सहायता समूहों को सुशासन तिहार में आवेदन करने पर आजीविका गतिविधियों के लिए त्वरित रूप से आर्थिक सहायता दी गई। महिला स्व सहायता समूहों ने आवेदन पर त्वरित निराकरण मिलने पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का आभार जताया। सुशासन तिहार के तहत बिल्हा ब्लॉक के तेलसरा गांव की 4 स्व सहायता समूहों ने आजीविका गतिविधियों के लिए ऋण राशि प्रदान किए जाने की मांग की थी, आवेदन पर त्वरित रूप से संज्ञान लेते हुए महिला समूहों को सामुदायिक निवेश कोष के तहत 60-60 हजार की राशि दी गई।
राशि मिलने पर स्व सहायता समूह की महिलाओं ने खुशी जाहिर करते हुए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को धन्यवाद दिया। ग्राम तेलसरा की संतोषी माता समूह की अध्यक्ष श्रीमती सीमा सूर्यवंशी ने बताया कि प्राप्त राशि का उपयोग वे समूह द्वारा चलाए जा रहे टेन्ट व्यवसाय को बढ़ाने में करेंगी। उन्होंने कहा कि गांव में होने वाले सार्वजनिक कार्यक्रमों के लिए बर्तन और टेन्ट की व्यवस्था गांव में नहीं थी जिससे किराए पर बाहर से मंगवाना पड़ता था, अब गांव में ही इसका व्यवसाय होने से लोगों को सुविधा मिल रही है। वहीं महिला समूहों को रोजगार भी मिल रहा है।
मिनी माता समूह की अध्यक्ष श्रीमती ममता सूर्यवंशी ने बताया कि वे गांव में आयोजित होने वाले विभिन्न कार्यक्रमों के लिए बर्तन बैंक की स्थापना करेंगी ताकि गांव में होने वाले छोटे-बड़े कार्यक्रमों में बर्तन की जरूरत पूरी हो और समूह को रोजगार मिले। मां लक्ष्मी समूह की अध्यक्ष श्रीमती सुमित्रा बघेल ने कहा कि प्राप्त राशि से समूह द्वारा दोना पत्तल बनाने का कार्य किया जाएगा। वहीं जय मां अम्बे समूह की अध्यक्ष एकता यादव ने बताया कि वे इस राशि से किसी आजीविका गतिविधि की शुरूआत करेंगी ताकि उनकी समूह की महिलाओं को रोजगार प्राप्त हो।
समूह की महिलाओं ने कहा कि सरकार द्वारा राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन की बिहान योजना के तहत महिला समूहों को आजीविका गतिविधियों के लिए दी जा रही सहायता और प्रशिक्षण से उन्हें आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनने में मदद मिल रही है, और ग्रामीण महिलाएं सम्मानपूर्वक अपना जीवन यापन कर रही है।
उल्लेखनीय है कि 8 से 11 अप्रैल तक सुशासन तिहार के तहत आम लोगों से शिकायतों और मांग के संबंध में आवेदन लिए गए थे। सुशासन तिहार का उद्देश्य जनता की समस्याओं का त्वरित निराकरण करना है। विभागों द्वारा प्राप्त आवेदनों पर त्वरित रूप से संज्ञान लेकर समाधान किया जा रहा है।