भोपाल और इंदौर में त्रिशूल कंस्ट्रक्शन, क्वालिटी ग्रुप और ईशान ग्रुप के मालिकों और परिचितों के 51 ठिकानों पर आयकर विभाग की कार्रवाई तीसरे दिन शुक्रवार को भी सर्चिंग जारी रही। यहां से जब्त कैश का आंकड़ा 10 करोड़ रुपए तक पहुंच गया है। वहीं, क्वालिटी ग्रुप के संचालक के यहां से गायब सीपीयू मिल गया है। इस सीपीयू के क्वालिटी ग्रुप के संचालकों ने छिपा दिया था। जांच टीम को 25 लॉकर्स की जानकारी मिली है। जिन्हें खुलवाने का काम शुरू कर दिया है। बताया जा रहा है कि इनमें गोल्ड और नकदी मिली है। हालांकि, अभी इनका वैल्यूएशन होना बाकी है।
500 ग्राम गोल्ड रख सकती हैं महिलाएं
अधिकारियों का कहना है कि महिलाएं 500 ग्राम तक गोल्ड रख सकती हैं। अगर इससे अधिक गोल्ड है तो उसे जब्त किया जाएगा। इसी तरह पुरुषों के लिए भी कुछ गोल्ड रखने की छूट है, इसके अलावा अतिरिक्त गोल्ड होने पर जब्ती की जाएगी।
महेंद्र गोयनका से लिंक भी तलाश रहे
आयकर जांच में यह बात सामने आ चुकी है कि छत्तीसगढ़ के रायपुर के कारोबारी महेंद्र गोयनका के लाइजनर के रूप में भी त्रिशूल कंस्ट्रक्शन कंपनी का संचालक राजेश शर्मा काम कर रहा था। उसके और सहयोगियों द्वारा गोयनका की कंपनियों में चार सौ करोड़ रुपए का इन्वेस्ट किया है। इसलिए जांच अधिकारी अब इस मामले में शर्मा की गोयनका से लिंक तलाश रहे हैं। इस लिंक के जरिए आगे की कार्यवाही की जाएगी।
हवाला और विदेशी फंडिंग की भी करेंगे जांच
आयकर अफसरों ने राजेश शर्मा और उसके सहयोगियों के यहां छापे में मिल रही अकूत संपत्ति के मामले में हवाला के जरिए लेन देन की जांच करने और विदेशी फंडिंग की भी जांच की तैयारी शुरू की है। विभाग विदेशी निवेश की स्थिति में इसकी जांच अलग तरीके से करने के लिए संबंधित एजेंसियों से पत्राचार करेगा।
त्रिशूल कंस्ट्रक्शन और सहयोगियों पर आयकर छापे में खुलासा
पूर्व मुख्य सचिव के लाइजनर के रूप में काम करने वाले त्रिशूल कंस्ट्रक्शन कम्पनी के मालिक राजेश शर्मा के मामले में आयकर छापे में बड़ा खुलासा हुआ है। आयकर विभाग की पड़ताल में यह बात सामने आई है कि राजेश शर्मा एंड कम्पनी द्वारा राजधानी के होशंगाबाद रोड पर स्थित सहारा सिटी की 110 एकड़ जमीन की खरीदी की गई है।