भोपाल के हमीदिया अस्पताल में वार्ड बॉय, कंप्यूटर ऑपरेटरों की सैलरी शुक्रवार तक नहीं आई। अब वार्ड बॉयज भूख हड़ताल की तैयारी कर रहे हैं। इनका कहना है कि शुक्रवार को सिक्योरिटी गार्ड के साथ-साथ हाउस कीपिंग स्टाफ की भी सैलरी आ गई, लेकिन हम लोगों का वेतन अब तक नहीं मिला है।
बात दें कि, 17 दिसंबर को 500 से ज्यादा वार्ड बॉय और टेक्नीशियन ने हड़ताल कर दिया था। सुबह 7 बजे से सभी कर्मचारी अस्पताल के सामने धरने पर बैठे थे। जिसके बाद प्रबंधन ने इन्हें शुक्रवार और शनिवार को सैलरी देने का आश्वासन दिया था।
हमीदिया अस्पताल के वार्ड बॉय, लैब टेक्नीशियन को पिछले 3 महीने से सैलरी नहीं मिली है। कर्मचारियों ने बताया कि 3 महीने से सैलरी नहीं दी गई है। वह लगातार कंपनी और अस्पताल के अधिकारियों से चर्चा कर रहे हैं। उसके बाद भी उन्हें तनख्वाह नहीं दी जा रही है। उनका कहना है कि, हम लोगों को घर के खर्च चलाने में भारी परेशानी हो रही है। अगर हमें जल्द सैलरी नहीं दी गई तो हम यहां से कलेक्टर ऑफिस तक रैली निकाल कर प्रदर्शन करेंगे।
सैलरी के लिए मिले 2.5 करोड़ रुपए
गांधी मेडिकल कॉलेज ने एजाइल कंपनी को 5 दिन पहले करीब ढाई करोड़ रुपए का पेमेंट किया है। इसके बाद करीब 12 करोड़ रुपए जीएमसी पर बकाया है। इस वजह से कंपनी ने कर्मचारियों की सैलरी रोक दी है। दो महीने पहले कर्मचारियों की हड़ताल के बाद कंपनी को 1 करोड़ रुपए का भुगतान किया गया था।
हालांकि, तब दिवाली बोनस नहीं दिया गया था। इससे पहले इन कर्मचारियों ने तीन से चार बार कंपनी को पत्र लिखकर शिकायत की थी। पत्र के जवाब में कंपनी ने सिर्फ आश्वासन दिया था।
400 कर्मचारियों को निकालने की तैयारी
हमीदिया अस्पताल के मैनेजमेंट ने 400 कर्मचारियों को निकालने की तैयारी कर ली है। ये कौन से कर्मचारी होंगे, अभी तय नहीं है। इसे लेकर मैनेजमेंट ने निजी कंपनी को लेटर जारी किया है। बताया जा रहा है कि ये वे कर्मचारी हो सकते हैं, जिनकी जॉइनिंग कोविड के दौरान हुई थी। जीएमसी (गांधी मेडिकल कॉलेज) का कहना है कि शासन से सैक्शन पदों के मुकाबले हमीदिया में 400 कर्मचारी अधिक काम कर रहे हैं। वर्तमान में शासन की ओर से जितने पद सैक्शन हैं, उस आधार पर निर्णय लिया जाएगा।