ब्लूमबर्ग ने दुनिया के 25 सबसे अमीर परिवार की लिस्ट जारी की। इनकी संपत्ति इस साल 34.5 लाख करोड़ रुपए बढ़ी है। कंज्यूमर रिटेल कंपनी वॉलमार्ट चलाने वाला वॉल्टन परिवार लिस्ट में सबसे ऊपर है। ये बीते साल दूसरे नंबर पर रहा था। इस परिवार की कुल नेटवर्थ 36.7 लाख करोड़ रही। यह बीते साल से 14.6 लाख करोड़ रुपए अधिक है।
लिस्ट में दूसरे और तीसरे नंबर पर UAE और कतर के शाही परिवार हैं। 8.45 लाख करोड़ की नेटवर्थ वाला अंबानी परिवार 8वें पायदान पर हैं। 3.5 लाख करोड़ की नेटवर्थ के साथ भारत का ही का मिस्त्री परिवार 23वें नंबर पर रहा। यह परिवार शापोरजी पलोनजी ग्रुप का मालिक है।
दुनिया के टॉप-25 सबसे अमीर परिवारों की कुल संपत्ति 211 लाख करोड़ रुपए है।
70% से ज्यादा परिवार बीते कई वर्षों से इस सूची के टॉप-25 परिवारों में शामिल हैं।
प्रमुख परिवारों का व्यापार
वॉल्टन परिवार: 1950 में सैम वॉल्टन ने अमेरिका में फाइव एंड डाइम स्टोर से शुरुआत की। अब दुनिया भर में 10,600 स्टोर्स हैं। वॉलमार्ट में 46% हिस्सेदारी है।
फ्रांस का हर्मेस परिवार: दुनिया का चौथा अमीर परिवार। यह फ्रांस की लग्जरी फैशन कंपनी है। 1837 में थिएरी हर्मेस ने घोड़े की लगाम बनाने से बिजनेस शुरू किया था।
मार्स परिवार: पोलियो से ग्रस्त फ्रैंक मार्स ने 1902 में कैंडी का बिजनेस शुरू किया। यह मिल्की वे, स्निकर्स बार के लिए जानी जाती है। अब दुनिया के 7वें अमीर परिवार का फोकस पेट प्रोडक्ट्स पर है।
अंबानी परिवार: धीरूभाई अंबानी ने 1955 में रिलायंस कॉमर्शियल कॉर्पोरेशन कंपनी बनाई। पश्चिमी देशों में मसाले एक्सपोर्ट का बिजनेस शुरू किया था। आज रियालंय टेलीकॉम, पेट्रोलियम, रिटेल सहित दूसरे व्यापार में है।
अंबानी फैमिली की वेल्थ भारत की GDP का 10%
सितंबर में बार्कलेज-हुरून इंडिया की मोस्ट वैल्यूएबल फैमिली बिजनेस 2024 की लिस्ट जारी हुई थी। इसके मुताबिक अंबानी फैमिली की वैल्यूएशन ₹25.75 ट्रिलियन है, ये भारत की GDP का लगभग 10% है।
बार्कलेज-हुरून इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, रिलायंस इंडस्ट्रीज की लीडरशिप में फैमिली का बिजनेस एम्पायर एनर्जी, रिटेल और टेलिकॉम सेक्टर्स का ऑपरेशन करता है। बार्कलेज-हुरून इंडिया की यह रैंकिंग 20 मार्च 2024 तक कंपनी की वैल्यूएशन पर बेस्ड है।
इस वैल्यूएशन में प्राइवेट इन्वेस्टमेंट और लिक्विड एसेट्स को शामिल नहीं किया गया है। अंबानी की वेल्थ की वैल्यू में रिलायंस, जियो प्लेटफॉर्म, रिलायंस रिटेल और ग्रुप की अन्य कंपनियों की हिस्सेदारी शामिल है।