महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नितेश राणे ने शुक्रवार को कहा कि हिंदुओं को दुकानदारों से कुछ भी खरीदने से पहले उनका धर्म पूछना चाहिए। राणे ने यह टिप्पणी पहलगाम हमले के बाद की है जहां आतंकियों ने धर्म पूछकर गोलियां मारीं थीं। इसमें 26 लोगों की मौत हुई थी।
रत्नागिरी जिले के दापोली कस्बे में एक सभा को संबोधित करते हुए राणे ने कहा, "उन्होंने (आतंकियों) हमें मारने से पहले हमारा धर्म पूछा। इसलिए अब हिंदुओं को भी कुछ भी खरीदने से पहले दुकानदार का धर्म पूछना चाहिए।
राणे ने आगे कहा कि, जब भी आप खरीदारी करने जाएं, उनका धर्म पूछें। अगर वे कहते हैं कि वे हिंदू हैं, तो उन्हें हनुमान चालीसा का पाठ करने के लिए कहें। अगर वे हनुमान चालीसा का पाठ नहीं कर पाते हैं, तो उनसे कुछ भी न खरीदें।
राणे बोले- जब औरंगजेब ने पिता को नहीं छोड़ा, ये लोग आपको कैसे छोड़ेंगे
औरंगजेब का जिक्र करते हुए राणे ने कहा कि मुगल बादशाह ने अपने पिता और भाई को भी नहीं बख्शा। उन्होंने कहा, "औरंगजेब को देखिए। उसने अपने पिता और भाई का भी सम्मान नहीं किया। अगर उसने अपने पिता और भाई का सम्मान नहीं किया, तो वे आप लोगों का कैसे सम्मान कर सकते हैं?"
राणे ने सभा में कहा, "अगर वे धर्म के बारे में इस तरह का व्यवहार कर रहे हैं तो हमें उनसे चीजें क्यों खरीदनी चाहिए और उन्हें अमीर क्यों बनाना चाहिए? आप लोगों को यह संकल्प लेना होगा।
आतंकवादियों के पास थीं M4 और AK-47 राइफल
पहलगाम आतंकी हमले की शुरुआती जांच में सामने आया है कि चार आतंकी सेना जैसी वर्दी (कैमोफ्लाज ड्रेस) पहनकर बैसरन घाटी पहुंचे थे। उनके पास अमेरिकी M4 कार्बाइन राइफल और AK-47 जैसे खतरनाक हथियार थे।घटनास्थल से चलाए गए 50 से 70 कारतूस भी बरामद हुए।
पीड़ितों और चश्मदीदों के बयान के मुताबिक, आतंकियों ने सबसे पहले पर्यटकों को बंदूक दिखाकर रोक लिया। उन्होंने महिलाओं और बच्चों को अलग हटने को कहा। फिर लोगों से पहचान पूछकर पास से गोली मारी और बाद में अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी थी।