बेमेतरा। जनकल्याणकारी योजनाओं को धरातल पर प्रभावी ढंग से लागू करने और ग्रामीणों की समस्याओं का त्वरित समाधान सुनिश्चित करने के उद्देश्य से आज बेमेतरा जिले के नवागढ़ विकासखंड के क्लस्टर ग्राम पंचायत मुरता में सुशासन समाधान शिविर का भव्य आयोजन किया गया।
यह शिविर सुशासन तिहार 2025 के तहत किया गया। मुरता सहित 15 ग्राम पंचायत कामता, रनबोड़, घोघरा, मानिकपुर, मोतिमपुर, अतरगवां, गाडामोर, झाल, गांगपुर, बोरतरा, मोहतरा, हरमुड़ी, भैसामुडा, कौडिया, के ग्रामीण शामिल हुए। इन 15 ग्राम पंचायतों से विभिन्न समस्याओं, मांग व शिकायत के 5198 आवेदन प्राप्त हुए। जिनका संबंधित विभाग द्वारा गुणवत्ता पूर्ण निराकरण किया गया। शिविर में अधिकारियों ने किए गए निराकरण की बारी-बारी से माइक के जरिये ग्रामीणों व आवेदन कर्ता को जानकारी दी। अधिकारियों ने विभागीय योजना की भी जानकारी दी।
शिविर में संभागायुक्त दुर्ग सत्यनारायण राठौर ने कहा कि राज्य शासन मंशा है कि छोटी-छोटी समस्याओं के समाधान लिए आमजन को कही भटकना ना पड़े। इसलिए सरकार ने सुशासन तिहार अंतर्गत पहले आवेदन मंगाए फिर संबंधित विभाग से गुणवत्ता पूर्ण निराकार करवाए और अब किए गए निराकरण की जानकारी इस शिविर में आपके समक्ष संबंधित अधिकारी दे रहे है और विभागीय योजनाओं की जानकारी भी दे रहे है। इसका लाभ आप सब उठाये। एक आवेदनकर्ता ने शिविर में ही आवेदन दिया। परीक्षण कर शिविर में ही जाती प्रमाण पत्र सौपा।
उन्होंने श्री राठौर ने कहा कि आप इस शिविर में अभी भी आवेदन कर सकते है। जनदर्शन में भी यहां मेरे कार्यालय में भी दे सकते है। आपके आवेदनों का समाधान किया जाएगा। संभागायुक्त ने महिला बाल विकास, कृषि, मत्स्य पालन, खाद्य और स्वास्थ्य विभाग की विभिन्न योजनाओं और आवेदन में मांग अनुसार हितग्राहियों को सुकन्या योजना में पास बुक, प्रधानमंत्री मातृव, नोनी सुरक्षा प्रमाण पत्र, किसानों को स्प्रे मशीन, मछुआरों को मछली जाल और 70 साल से ज्यादा उम्र के बुजुर्गों को आयुष्मान वय वंदना कार्ड व छड़ी (स्टिक) वितरित की। उन्होंने कहा इस योजना के तहत देश के
5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज करा सकते हैं।
शिविर में सभापति जिला पंचायत अंजू बघेल, अध्यक्ष जनपद नवागढ़ खोरबाहरा साहू, अजय साहू, मुख्य कार्यपालन अधिकारी टेकचन्द्र अग्रवाल, अपर कलेक्टर अनिल बाजपेयी, एसडीएम दिव्या पोटाई सहित जिला अधिकारी जनप्रतिनिति सहित ग्रामीण जन उपस्थित थे।
शिविर में स्वास्थ्य, कृषि, महिला बाल विकास सौर मत्स्य पालन विभाग के स्टाल लगाये गए। स्वास्थ्य विभाग द्वारा लोगों की सुगर, बीपी आदि की जांच की गई। उन्हें जरूरी दवाईया दी गयी।